Tu Zinda
ओ ओ ओ ओ ओ
ज़िंदगी जीता तो है पर कुछ तो है कमी
रास्ते भी हैं मगर तुझपे बर्फ़ है जमी
कुआँ है तेरे सामने पर प्यास ही नहीं
यूँ ही तू ठहरा रहा
फ़िर, तू, तू नहीं
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
है ज़मी फ़ैली हुई और खुला आसमाँ
तू नहीं तो क्यूँ है फ़िर ये जहाँ
तू ज़िंदा ओ ओ ओ
तू उड़ जा ओ ओ ओ
तू ज़िंदा ओ ओ ओ
तू उड़ जा ओ ओ ओ
तू दिलासा है
सब यहाँ, कैसे करूँ यकीं
राग हैं पर जिगर में वो आग तो नहीं
हर साँस, नस-नस में अब है ज़ंग सी लगी
यूँ ही तू ठहरा रहा
फ़िर, तू, तू नहीं
ओ ओ ओ ओ ओ
है ज़मी फ़ैली हुई और खुला आसमाँ
तू नहीं तो क्यूँ है फ़िर ये जहाँ
तू ज़िंदा ओ ओ ओ
तू उड़ जा ओ ओ ओ
तू ज़िंदा ओ ओ ओ
तू उड़ जा ओ ओ ओ
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
ए ए ए ए
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है
उठ ज़रा, अब निकल ज़रा
खुद में ही तो तू कैद है