Kya Karoon
सोचता हूँ मैं हर एक दिन यह
क्या बातें करून क्या जानू मैं तुझ से
कहता हूँ मैं हर दिन खुद से
सपना है तू पौन तुझे कैसे
रोज यूं खो रहा हु
बेवजह गए रहा हु
रात दिन तेरा नाम लू
कभी कभी लगता हैं
की तू इक्क अपना हैं
तेरे बिन अब मैं क्या करू क्या करू मैं
मेरी इस हालत पे
मुझे यही लगता है
तेरे बिन अब मैं क्या करू क्या करू मैं
उ हू हू हू हू हू
डरता था मैं पर अब कब से
हँसता ही हु जाना तुझे जब से
रहता ही हु खोया खोया सब से
तू जो है मिला मैं मिला हु खुद से
रोज यूं खो रहा हु
बेवजह गए रहा हु
रात दिन तेरा नाम लू
तेरा ही नाम लू मैं
कभी कभी लगता है
की तू इक अपना हैं
तेरे बिन अब मैं क्या करू क्या करू मैं
मेरी इस हालत पे
मुझे यहीं लगता है
तेरे बिन अब मैं क्या करू क्या करू मैं
उ हू हू हू हू हू
चारो तरफ तू ही दिखे
क्या करू मैं तू बता
खो ही गया तुझ में मैं
मैं क्या करू
कभी कभी लगता है
की तू इक अपना है
तेरे बिन अब मैं क्या करू क्या करू मैं
मेरी इस हालत पे
मुझे यहीं लगता है
तेरे बिन अब मैं क्या करू
क्या करू मैं
ला ला ला आ आ आ
क्या करू
क्या करू
क्या करू
क्या करू मैं