Toota Hua Dil Leke Chale
Sarshar Sailani
टूटा हुआ दिल लेके चले
अपने वतन से
सैयद ने बुलबुल को निकाला है
चमन पे
टूटा हुआ दिल लेके चले
फूलो में बसेरा था
उसे आग लगाकर
फूलो में बसेरा था
उसे आग लगाकर
पर काट के सैयद ने
बेगार बना कर
पर काट के सैयद ने
बेगार बना कर
बुलबुल को जुड़ा कर दिया
बुलबुल से चमन से
सैयद ने बुलबुल को निकाला है
चमन पे
टूटा हुआ दिल लेके चले
आँखों में छलकते हुए
अश्क़ो की ज़ुबानी
दुनिया को सुनते हुए
ग़ुरबत की कहानी
घबरके सितम का
ज़माने के चलन से
टूटा हुआ दिल लेके चले
अपने वाटन से
सैयद ने बुलबुल को निकाला
है चमन से
टूटा हुआ दिल लेके चले
किसको दिले बर्बाद की सुनाए
किसको दिले बर्बाद की सुनाए
है कौन जिसे जाके यह फरियाद सुनाए
है कौन जिसे जाके यह फरियाद सुनाए