Panchhi Mere Khushi Ka Zamana
Qamar Jalalabadi
पंछी मेरी खुशी का ज़माना कहा गया, ज़माना कहा गया
पंछी मेरी खुशी का ज़माना कहा गया, ज़माना कहा गया
आँखों ने जो लिखा वो फ़साना कहा गया, फ़साना कहा गया
अब उनको रोकने की ज़रूरत भी पड़ गयी
अब उनको रोकने की ज़रूरत भी पड़ गयी
वो मेरे रूठने का बहाना कहा गया, बहाना कहा गया
वो मेरे रूठने का बहाना कहा गया, बहाना कहा गया
मैं दिल से पूछती हूँ कहा है मेरा सुहाग, कहा है मेरा सुहाग
मैं दिल से पूछती हूँ कहा है मेरा सुहाग, कहा है मेरा सुहाग
दिल मुझ से पूछता है दीवाना कहा गया, दीवाना कहा गया
दिल मुझ से पूछता है दीवाना कहा गया, दीवाना कहा गया
तू मेरी कैद में है तो मैं गम की कैद में, मैं गम की कैद में
तू मेरी कैद में है तो मैं गम की कैद में, मैं गम की कैद में
वो तेरा गीत मेरा तराना कहा गया, तराना कहा गया
पंछी मेरी खुशी का ज़माना कहा गया, ज़माना कहा गया