He Chandravadan Chanda Ki Kiran
Shankar Rao Vyas, Prem Adib
हे चंडरवदन
चंदा की किरण
तुम किसका चित्रा
बनाते हो
हे चंडरवदन
चंदा की किरण
तुम किसका चित्रा
बनाते हो
मॅन के भाव को
रूप रंग से
मॅन ही मॅन
मुस्काती हो
हे चंडरवदन
चंदा की किरण तुम
वो सूर्या मुखी
तुम चंद्रा मुखी
आशा का डीप
जलती है
जब नैन मिले
हो सूरज से
क्यू चाँद से
प्रीत लगती हो
हे चंडरवदन
चंदा की किरण तुम
जब नैन मिले डोर
जब रैन हुई
बेचैन हुए
वो भी सुध बुध
खो बैठा है
तुम जिसको पास बुलाती हो
हे चंडरवदन
चंदा की किरण तुम
तुम जिसकी सरण
वो श्याम वरण
तुम जिसकी सरण
वो श्याम वरण
अर्पण है जिसपे
टन मॅन धन
अर्पण है जिसपे
टन मॅन धन
है मॅन मंदिर
में छिपा हुआ
है मॅन मंदिर
में छिपा हुआ
तुम जिसको देख
लज़ती हो
हे चंडरवदन
चंदा की किरण
तुम किसका चित्रा
बनती हो