Zindagi Kaisi Hai Paheli [Reprise]
ज़िन्दगी कैसी है पहेली हाय
कभी ये हँसाए कभी ये रुलाये
ज़िन्दगी कैसी है पहेली हाय
कभी तो हँसाए कभी ये रुलाये
हाँ ज़िन्दगी
मुबारकें तुम्हें के तुम
किसी के नूर हो गए
मुबारकें तुम्हें के तुम
किसी के नूर हो गए
किसी के इतने पास हो
के सबसे दूर हो गए
अजीब दास्तां है ये
कहाँ शुरू कहाँ खतम
ये मंज़िलें है कौन सी
न वो समझ सके न हम
अजीब दास्तां है ये
कहाँ शुरू कहाँ खतम
ये मंज़िलें है कौन सी
न वो समझ सके न हम
ह हे हे ए न न ह हे हे ए
जिन्होंने सजाये यहाँ मेले
सुख-दुःख संग-संग झेले
हाँ जिन्होंने सजाये यहाँ मेले
सुख-दुःख संग-संग झेले
वही चुनकर खामोशी
यूँ चले जाएँ अकेले कहाँ
ज़िन्दगी कैसी है पहेली हाय
कभी ये हँसाए कभी ये रुलाये
ज़िन्दगी
अजीब दास्तां है ये
ज़िन्दगी
अजीब दास्तां है ये
ज़िन्दगी