Taveez
तावीज़ बन के आयी थी वो सहमी सी हवा
जब फ़ासलों को कम ही कर के दी तुमने ये रज़ा
तावीज़ बन के आयी थी वो सहमी सी हवा
जब फ़ासलों को कम ही कर के दी तुमने ये रज़ा
तो फिर आ भी जाओ बाँहों में भी, हो ना अब जुदा
तो फिर आ भी जाओ बाँहों में भी, हो ना अब जुदा
आ भी जाओ, मिल रही है खुद में काफ़ी ये सज़ा
मेरी साँसों में बसी है तुम से मिलने की रज़ा
आ भी जाओ, मिल रही है खुद में काफ़ी ये सज़ा
मेरी साँसों में बसी है तुम से मिलने की रज़ा
आ आ आ आ आ आ आ आ
ख़्वाबों में भी तुम होना ना जुदा
हाथों को मेरे तुम अब छोड़ो ना यहाँ
ख़्वाबों में भी तुम होना ना जुदा
हाथों को मेरे तुम अब छोड़ो ना यहाँ
आँखों में मेरी जो तेरी छवि है, वो मेरा ख़्वाब है
कानों में मेरी जो आने लगी है, वो तेरा राग है
तावीज़ बन के जब आयी थी हवा
अब जाने की ज़िद तुम तोड़ो ना, हमनवा
तो फिर आ भी जाओ बाँहों में भी, हो ना अब जुदा
तो फिर आ भी जाओ बाँहों में भी, हो ना अब जुदा